इस जानकारी को छोड़ दें

विषय-सूची को छोड़ दें

पाएँ बाइबल का खज़ाना

यहोवा इंसान के जीवन को अनमोल समझता है

यहोवा इंसान के जीवन को अनमोल समझता है

शरण-नगर में पहुँचना आसान होता था (व्य 19:2, 3; प्र17.11 पेज 14 पै 4)

शरण-नगरों की वजह से इसराएली खून के दोषी होने से बच पाते थे (व्य 19:10; प्र17.11 पेज 15 पै 9)

अपने भाई-बहनों से नफरत करने से खून के दोषी बनने का खतरा रहता है (व्य 19:11-13; इंसाइट-1 पेज 344)

खुद से पूछिए, ‘अगर मैं यहोवा की तरह जीवन को अनमोल समझता हूँ, तो मैं किन बातों का ध्यान रखूँगा?’