बढ़ाएँ प्रचार में हुनर | प्रचार काम से और ज़्यादा खुशी पाइए
लोगों से हमदर्दी रखिए
किसी से हमदर्दी रखने का मतलब है उसकी भावनाओं, उसकी सोच, उसके उसूलों और उसकी ज़रूरतों को समझना। अगर हम सच में किसी की मदद करना चाहते हैं, तो हम उससे हमदर्दी रखेंगे। और उस व्यक्ति को भी एहसास होगा कि हम दिल से उसकी मदद करना चाहते हैं। प्रचार में जब हम लोगों से हमदर्दी रखते हैं, तो उन्हें एहसास होता है कि यहोवा उनसे प्यार करता है। इसलिए वे उसकी तरफ खिंचे चले आते हैं। —फिल 2:4.
हमारे बात करने के तरीके, सुनने के तरीके और चेहरे के हाव-भाव से पता चलता है कि हम सच में एक व्यक्ति का खयाल रखते हैं। उसे किस बात में रुचि है, वह क्या मानता है और उसके हालात क्या हैं, यह सब हमें जानना है। हम उसे जानकारी दे सकते हैं कि बाइबल के सिद्धांतों को रोज़मर्रा ज़िंदगी में कैसे लागू किया जाता है और हम ऐसा करने में उसकी मदद कर सकते हैं। मगर हमें उसे बदलने के लिए मजबूर नहीं करना चाहिए। जब वह अपनी मरज़ी से बदलना चाहेगा और हमसे मदद लेगा, तो हमें खुशी होगी।
शिष्य बनाने के काम से खुशी पाइए—अपना हुनर बढ़ाइए—लोगों से हमदर्दी रखिए वीडियो देखिए। फिर सवालों के जवाब दीजिए।
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जब ग्रेस देर से आयी, तो नीता ने कैसे हमदर्दी जतायी?
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जब ग्रेस ने कहा कि वह बहुत थक गयी है और अध्ययन नहीं करेगी, तो नीता ने कैसे उसकी तकलीफ समझी?
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जब ग्रेस ने कहा कि वह कोई काम कायदे से नहीं कर पाती, तो नीता ने कैसे उससे हमदर्दी रखी?