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“बातचीत कैसे करें?” में दिए सुझाव

“बातचीत कैसे करें?” में दिए सुझाव

“बातचीत कैसे करें?” में बहुत सोच-समझकर सुझाव दिए जाते हैं। कई प्रचारक इन्हें अपनाकर अच्छी तरह बातचीत कर पाते हैं। लेकिन हर जगह के हालात अलग होते हैं। इसलिए प्रचार में  आप अपने इलाके के लोगों को ध्यान में रखकर सुझाव में दिए सवाल, आयत और अगली बार के लिए सवाल बदल सकते हैं। या फिर आप चाहें तो विषय को ही पूरी तरह बदल सकते हैं। लेकिन अगर कोई खास अभियान हो, तो हमें उसके लिए दिए निर्देश मानने चाहिए। हम चाहे जो भी तरीका अपनाएँ, हम सबका लक्ष्य यही है कि हम यीशु की आज्ञा मानें और राज की खुशखबरी सुनाएँ।​—मत 24:14.

पर ध्यान दें कि जब आप सभा में विद्यार्थी भाग  पेश करते हैं, तो आपको उसी विषय पर बात करनी चाहिए जिस विषय पर “बातचीत कैसे करें?” में सुझाव दिया गया है। (जैसे, जुलाई और अगस्त का विषय है दरियादिली।) लेकिन आप चाहें तो अपने इलाके के हिसाब से सवाल, आयत, अगली बार के लिए सवाल और सैटिंग बदल सकते हैं। अगर किसी भाग में ऐसा न करना हो, तो बताया जाएगा। विद्यार्थी भाग के लिए पहले हम जून 2020 की सभा-पुस्तिका के पेज 8 पर दिए निर्देश मानते थे। लेकिन अब से हम इस लेख में दिए निर्देश मानेंगे।