18-24 जुलाई
2 शमूएल 22
गीत 4 और प्रार्थना
सभा की एक झलक (1 मि.)
पाएँ बाइबल का खज़ाना
“यहोवा से मदद लीजिए”: (10 मि.)
ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (10 मि.)
2शम 22:36—जब दाविद ने कहा कि यहोवा की नम्रता उसे ऊँचा उठाती है, तो उसका क्या मतलब था? (प्र12 11/15 पेज 17 पै 7)
इस हफ्ते के अध्याय से आपने यहोवा, प्रचार सेवा और दूसरे मामलों के बारे में क्या सीखा?
पढ़ने के लिए आयतें: (4 मि.) 2शम 22:33-51 (जी-जान गुण 10)
बढ़ाएँ प्रचार करने का हुनर
पहली मुलाकात: (3 मि.) “बातचीत कैसे करें?” में जिस विषय पर सुझाव दिया गया है, उसी पर बात शुरू कीजिए। (जी-जान गुण 1)
वापसी भेंट: (4 मि.) “बातचीत कैसे करें?” में जिस विषय पर सुझाव दिया गया है, उसी पर बात आगे बढ़ाइए। (जी-जान गुण 3)
भाषण: (5 मि.) प्र06 9/1 पेज 9 पै 7-8—विषय: क्या हम पर आनेवाली हर मुसीबत के लिए शैतान ज़िम्मेदार है? (जी-जान गुण 13)
जीएँ मसीहियों की तरह
यहोवा जो उद्धार दिलाता है, उससे मगन होइए: (5 मि.) चर्चा। वीडियो दिखाइए। फिर सवाल कीजिए: श्रीलंका में युद्ध के दौरान यहोवा ने भाई गनेशालिंगम के परिवार का कैसे खयाल रखा? इस अनुभव से आपका विश्वास कैसे बढ़ता है?
मंडली की ज़रूरतें: (10 मि.)
मंडली का बाइबल अध्ययन: (30 मि.) खुशी भाग 1 में आपने क्या सीखा?
समाप्ति के चंद शब्द (3 मि.)
गीत 60 और प्रार्थना