फुसलाए जाने पर यीशु की तरह डटे रहिए
शैतान हमारे दिल में गलत इच्छाएँ जगाने की कोशिश करता है ताकि यहोवा के साथ हमारा जो रिश्ता है, वह टूट जाए। इसके लिए वह हर एक इंसान की फितरत और उसके हालात के हिसाब से अलग-अलग पैंतरे अपनाता है।
यीशु ने शैतान के तीन पैंतरों से बचने के लिए क्या किया? (इब्र 4:12; 1यूह 2:15, 16) मैं यीशु की मिसाल पर कैसे चल सकता हूँ?