22-28 जून
निर्गमन 1-3
गीत 7 और प्रार्थना
सभा की एक झलक (1 मि.)
पाएँ बाइबल का खज़ाना
“मैं वह बन जाऊँगा जो मैं बनना चाहता हूँ”: (10 मि.)
[निर्गमन की किताब पर एक नज़र नाम का वीडियो दिखाइए।]
निर्ग 3:13—मूसा जानना चाहता था कि यहोवा के नाम का मतलब क्या है और वह कैसा शख्स है (प्र13 3/15 पेज 25 पै 4)
निर्ग 3:14—यहोवा अपना मकसद पूरा करने के लिए जो चाहे वह बन सकता है (राज किताब पेज 43, बक्स)
ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (10 मि.)
निर्ग 2:10—यह मानना क्यों सही होगा कि फिरौन की बेटी ने मूसा को गोद लिया था? (सज04 4/8 पेज 6 पै 5, अँग्रेज़ी)
निर्ग 3:1—यित्रो किस तरह का याजक था? (प्र04 3/15 पेज 24 पै 4)
इस हफ्ते के अध्यायों से आपने यहोवा, प्रचार सेवा और दूसरे मामलों के बारे में क्या सीखा?
पढ़ने के लिए आयतें: (4 मि. या कम) निर्ग 2:11-25 (जी-जान गुण 11)
बढ़ाएँ प्रचार में हुनर
पहली मुलाकात: (3 मि. या कम) “गवाही कैसे दें” में दिया सुझाव अपनाकर बात शुरू कीजिए। बातचीत में आनेवाली एक आम रुकावट पार कीजिए। (जी-जान गुण 16)
वापसी भेंट: (4 मि. या कम) “गवाही कैसे दें” में दिया सुझाव अपनाकर बात शुरू कीजिए। फिर घर-मालिक को जिस विषय में दिलचस्पी है, उसके मुताबिक हाल की कोई पत्रिका दीजिए। (जी-जान गुण 12)
भाषण: (5 मि. या कम) प्र02 6/15 पेज 11 पै 1-4—विषय: मिस्र के खज़ाने से अनमोल खज़ाना। (जी-जान गुण 13)
जीएँ मसीहियों की तरह
यहोवा के दोस्त बनो—यहोवा का नाम: (6 मि.) चर्चा। वीडियो दिखाइए। फिर हो सके तो कुछ छोटे बच्चों को स्टेज पर बुलाइए और उनसे पूछिए: यहोवा के नाम का क्या मतलब है? यहोवा ने क्या-क्या बनाया? यहोवा आपकी मदद कैसे कर सकता है?
स्कैंडिनेविया में परमेश्वर के पवित्र नाम की महिमा हुई: (9 मि.) चर्चा। वीडियो दिखाइए। फिर हाज़िर लोगों से पूछिए: सन् 1500 से पहले क्यों सिर्फ कुछ ही लोगों को यहोवा का नाम पता था? स्कैंडिनेविया में किस तरह लोग फिर से यहोवा का नाम जानने लगे? नयी दुनिया अनुवाद बाइबल के लिए आप क्यों एहसानमंद हैं?
मंडली का बाइबल अध्ययन: (30 मि.) बच्चों को सिखाइए कहानी 12 और 13
समाप्ति के चंद शब्द (3 मि. या कम)
गीत 81 और प्रार्थना