“मैं वह बन जाऊँगा जो मैं बनना चाहता हूँ”
यहोवा ने मूसा को अपने बारे में एक बहुत खास बात बतायी। वह यह कि अपना मकसद पूरा करने के लिए वह जो चाहे बन सकता है। लेकिन ऐसा करते वक्त वह अपने नेक स्तरों से समझौता नहीं करता। जैसे माता-पिता अपने बच्चे की देखभाल के लिए तरह-तरह के काम करते हैं, वैसे ही यहोवा अपने बच्चों की देखभाल करने के लिए जो चाहे वह बन जाता है।
मेरी ज़रूरत की घड़ी में यहोवा मेरे लिए क्या बना?