ताकत का गलत इस्तेमाल करने से अधिकार से हाथ धोना पड़ता है
शेबना एक भंडारी था, जो “राजघराने के काम पर नियुक्त” था। वह शायद राजा हिजकियाह के घराने का भंडारी था। राजा के बाद शेबना के पास सबसे ज़्यादा अधिकार था। इतने ऊँचे ओहदे पर होने की वजह से उससे बहुत उम्मीदें रखी जाती थीं।
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शेबना को यहोवा के लोगों की ज़रूरतों का खयाल रखना चाहिए था
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लेकिन वह स्वार्थी बन गया और अपना वैभव बढ़ाने में लग गया
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यहोवा ने शेबना को हटाकर एल्याकीम को उसका पद दे दिया
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एल्याकीम को ‘दाविद के घराने की कुंजी’ दी गयी, जिसका मतलब था उसे ताकत और अधिकार दिया गया
ज़रा सोचिए: शेबना दूसरों की मदद करने के लिए अपने अधिकार का कैसे इस्तेमाल कर सकता था?