इस जानकारी को छोड़ दें

विषय-सूची को छोड़ दें

24-30 दिसंबर

प्रेषितों 17-18

24-30 दिसंबर
  • गीत 40 और प्रार्थना

  • आज की सभा की एक झलक (3 मि. या उससे कम)

पाएँ बाइबल का खज़ाना

  • प्रेषित पौलुस की तरह प्रचार कीजिए और सिखाइए”: (10 मि.)

    • प्रेष 17:2, 3​—पौलुस शास्त्र से तर्क करता और उसका हवाला देकर सिखाता था (“तर्क-वितर्क कियाअ.बाइ. प्रेष 17:2 अध्ययन नोट; “हवाले दे-देकर . . . साबित करता रहाअ.बाइ. प्रेष 17:3 अध्ययन नोट)

    • प्रेष 17:17​—जहाँ भी लोग मिलते पौलुस उन्हें गवाही देता था (“बाज़ारअ.बाइ. प्रेष 17:17 अध्ययन नोट)

    • प्रेष 17:22, 23​—वह लोगों पर गौर करता और ऐसे मुद्दे पर बात करता था जिस पर वे उससे सहमत हों (“अनजाने परमेश्‍वर के लिएअ.बाइ. प्रेष 17:23 अध्ययन नोट)

  • ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (8 मि.)

    • प्रेष 18:18​—पौलुस की मन्‍नत के बारे में क्या कहा जा सकता है? (प्र08  5/15 पेज 32 पै 5)

    • प्रेष 18:21​—परमेश्‍वर की सेवा में लक्ष्य हासिल करते वक्‍त हमें पौलुस की तरह किस बात का ध्यान रखना चाहिए? (“अगर यहोवा ने चाहा तोअ.बाइ. प्रेष 18:21 अध्ययन नोट)

    • इस हफ्ते के अध्यायों से आपने यहोवा के बारे में क्या सीखा?

    • इन अध्यायों में आपको और क्या-क्या रत्न मिले?

  • पढ़ने के लिए आयतें: (4 मि. या उससे कम) प्रेष 17:1-15

बढ़ाएँ प्रचार में हुनर

  • तीसरी मुलाकात: (3 मि. या उससे कम) “गवाही कैसे दें” भाग में दिया सुझाव आज़माइए। बाइबल का अध्ययन कैसे होता है?  नाम के वीडियो के बारे में बताइए और चर्चा कीजिए (मगर उसे चलाइए मत)।

  • चौथी मुलाकात: (3 मि. या उससे कम) ऐसी कोई आयत चुनिए जो तीसरी मुलाकात के आखिर में पूछे गए सवाल का जवाब दे। फिर अध्ययन के लिए इस्तेमाल होनेवाला कोई प्रकाशन दीजिए।

  • बाइबल अध्ययन: (6 मि. या उससे कम) यहोवा की मरज़ी  पाठ 7

जीएँ मसीहियों की तरह