3-9 दिसंबर
प्रेषितों 9-11
गीत 35 और प्रार्थना
आज की सभा की एक झलक (3 मि. या उससे कम)
पाएँ बाइबल का खज़ाना
“मसीहियों का कट्टर दुश्मन जोशीला साक्षी बना”: (10 मि.)
प्रेष 9:1, 2—शाऊल यीशु के चेलों पर घोर अत्याचार करता था (गवाही दो पेज 60 पै 1-2)
प्रेष 9:15, 16—शाऊल को यीशु के बारे में गवाही देने के लिए चुना गया (प्र16.06 पेज 7 पै 4)
प्रेष 9:20-22—शाऊल एक जोशीला साक्षी बना (गवाही दो पेज 64 पै 15)
ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (8 मि.)
प्रेष 9:4—यीशु ने शाऊल से यह क्यों पूछा: “तू क्यों मुझ पर ज़ुल्म कर रहा है?” (गवाही दो पेज 60-61 पै 5-6)
प्रेष 10:6—यह क्यों गौर करने लायक है कि प्रेषित पतरस चमड़े का काम करनेवाले के यहाँ ठहरा? (“चमड़े का काम करनेवाले शमौन” अ.बाइ. प्रेष 10:6 अध्ययन नोट)
इस हफ्ते के अध्यायों से आपने यहोवा के बारे में क्या सीखा?
इन अध्यायों में आपको और क्या-क्या रत्न मिले?
पढ़ने के लिए आयतें: (4 मि. या उससे कम) प्रेष 9:10-22
बढ़ाएँ प्रचार में हुनर
पहली मुलाकात का वीडियो: (4 मि.) वीडियो दिखाइए और चर्चा कीजिए।
दूसरी मुलाकात: (3 मि. या उससे कम) “गवाही कैसे दें” भाग में दिया सुझाव आज़माइए।
बाइबल अध्ययन: (6 मि. या उससे कम) यहोवा की मरज़ी पाठ 6
जीएँ मसीहियों की तरह
गीत 47
मंडली की ज़रूरतें: (8 मि.)
संगठन को मिली कामयाबी: (7 मि.) दिसंबर महीने का संगठन को मिली कामयाबी नाम का वीडियो दिखाइए।
मंडली का बाइबल अध्ययन: (30 मि.) विश्वास की मिसाल अध्या 22 पै 1-13
सीखी बातों पर एक नज़र और अगले हफ्ते की एक झलक (3 मि.)
गीत 33 और प्रार्थना