जीएँ मसीहियों की तरह
क्या आप ‘राज प्रचारकों के लिए स्कूल’ में जाना चाहते हैं?
क्या आपकी उम्र 23 से 65 के बीच है? क्या आप पूरे समय की सेवा कर रहे हैं? क्या आपकी सेहत अच्छी है? क्या आप ऐसे इलाकों में सेवा करना चाहते हैं जहाँ ज़्यादा ज़रूरत है? अगर “हाँ,” तो क्या आप ‘राज प्रचारकों के लिए स्कूल’ की अर्ज़ी भरना चाहेंगे? अब तक हज़ारों पति-पत्नी और अविवाहित भाई-बहन इस स्कूल में हाज़िर हो चुके हैं और उन्होंने इससे बहुत कुछ सीखा है। हम चाहते हैं कि ज़्यादा-से-ज़्यादा अविवाहित भाई इस स्कूल के लिए अर्ज़ी भरें। यहोवा से प्रार्थना कीजिए कि वह आपमें उसकी मरज़ी पूरी करने की इच्छा पैदा करे और आप यीशु के नक्शे-कदम पर चल सकें। (भज 40:8; मत 20:28; इब्र 10:7) फिर सोचिए कि कौन-सी बातें आपके इस फैसले के आड़े आ सकती हैं और आप इन्हें कैसे पार करेंगे।
जो भाई-बहन इस स्कूल में हाज़िर होते हैं, उनमें से कुछ को ऐसी जगह भेजा जाता है जहाँ दूसरी भाषाएँ बोली जाती हैं। कुछ भाई-बहनों को ‘महानगरों में सरेआम गवाही देने के खास इंतज़ाम’ में हिस्सा लेने के लिए कहा जाता है। कुछ भाई आगे चलकर सहायक सर्किट निगरान, सर्किट निगरान या पूरे समय प्रचार करनेवाले मिशनरियों के तौर पर सेवा करते हैं। यहोवा के संगठन में बहुत काम है! क्यों न आप भी भविष्यवक्ता यशायाह के जैसा जज़्बा रखें और कहें, “मैं यहाँ हूँ! मुझे भेज!”—यश 6:8.
पूरे समय प्रचार करनेवाले मिशनरी—कटाई के लिए मज़दूर वीडियो देखिए। फिर आगे बताए सवालों के जवाब दीजिए:
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पूरे समय प्रचार करनेवाले मिशनरी कैसे चुने जाते हैं?
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मिशनरी भाई-बहन किस बढ़िया काम में लगे हुए हैं?
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मिशनरी सेवा करनेवाले भाई-बहनों को कौन-सी आशीषें मिली हैं?