प्रायश्चित के दिन से मिलनेवाली सीख
प्रायश्चित के दिन चढ़ाए जानेवाले धूप से हम क्या सीखते हैं?
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यहोवा के वफादार सेवकों की प्रार्थनाएँ सुगंधित धूप जैसी होती हैं। (भज 141:2) जब महायाजक यहोवा के सामने धूप ले जाता था, तो वह ऐसा पूरी श्रद्धा से करता था। हम भी जब यहोवा से प्रार्थना करने के लिए उसके सामने आते हैं, तो हमें पूरी श्रद्धा और गहरे आदर से ऐसा करना चाहिए
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महायाजक को बलिदान चढ़ाने से पहले धूप जलाना होता था। तभी यहोवा उसका बलिदान स्वीकार करता। उसी तरह यीशु को अपनी आखिरी साँस तक यहोवा का वफादार रहना था और उसकी हर बात माननी थी। तभी यहोवा उसका बलिदान स्वीकार करता
अगर मैं चाहता हूँ कि यहोवा मेरी सेवा स्वीकार करे, तो मुझे क्या करना होगा?