20-26 नवंबर
अय्यूब 18-19
गीत 44 और प्रार्थना
सभा की एक झलक (1 मि.)
पाएँ बाइबल का खज़ाना
“अपने भाई-बहनों का साथ कभी मत छोड़िए”: (10 मि.)
ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (10 मि.)
अय 19:1, 2—अपने झूठे दोस्तों की बातें सुनकर अय्यूब ने जो कहा, उससे हम क्या सीखते हैं? (प्र94 10/1 पेज 32, अँग्रेज़ी)
इस हफ्ते के अध्यायों से आपने यहोवा, प्रचार सेवा और दूसरे मामलों के बारे में क्या सीखा?
पढ़ने के लिए आयतें: (4 मि.) अय 18:1-21 (जी-जान गुण 5)
बढ़ाएँ प्रचार करने का हुनर
पहली मुलाकात: (3 मि.) “बातचीत कैसे करें?” में जिस विषय पर सुझाव दिया गया है, उसी पर बात कीजिए। बातचीत में आनेवाली एक आम रुकावट पार कीजिए। (जी-जान गुण 12)
वापसी भेंट: (4 मि.) “बातचीत कैसे करें?” में जिस विषय पर सुझाव दिया गया है, उसी पर बात कीजिए। उस व्यक्ति को सभा के लिए बुलाइए और राज-घरों में क्या होता है? वीडियो के बारे में बताइए (पर उसे चलाइए मत) और उस पर चर्चा कीजिए। (जी-जान गुण 3)
भाषण: (5 मि.) प्र20.10 पेज 17 पै 10-11—विषय: विद्यार्थियों को बढ़ावा दीजिए कि वे मंडली के भाई-बहनों से दोस्ती करें। (जी-जान गुण 20)
जीएँ मसीहियों की तरह
यहोवा के दोस्त बनो—दूसरों की मदद करो: (5 मि.) चर्चा। वीडियो दिखाइए। फिर हो सके तो कुछ छोटे बच्चों से पूछिए: बच्चे दूसरों की मदद कैसे कर सकते हैं?
आप दूसरों की मदद कैसे करना चाहते हैं?
“बेथेल के भाई-बहनों को दिलासा देने का एक बढ़िया इंतज़ाम”: (10 मि.) चर्चा और वीडियो।
मंडली का बाइबल अध्ययन: (30 मि.) गवाही दो अध्या. 2 पै 8-15
समाप्ति के चंद शब्द (3 मि.)
गीत 63 और प्रार्थना