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18-24 नवंबर

भजन 107-108

18-24 नवंबर

गीत 7 और प्रार्थना | सभा की एक झलक (1 मि.)

पाएँ बाइबल का खज़ाना

1. “यहोवा का शुक्रिया अदा करो क्योंकि वह भला है”

(10 मि.)

जिस तरह यहोवा ने इसराएलियों को बैबिलोन से छुड़ाया, उसी तरह उसने हमें शैतान की दुनिया से छुड़ाया है (भज 107:1, 2; कुल 1:13, 14)

हम यहोवा के एहसानमंद हैं, इसलिए मंडली में हम उसकी तारीफ करते हैं (भज 107:31, 32; प्र07 5/1 पेज 8 पै 2)

अगर हम गहराई से सोचेंगे कि यहोवा ने हमारे लिए अब तक क्या किया है, तो हम हमेशा उसके एहसानमंद रहेंगे (भज 107:43; प्र15 1/15 पेज 9 पै 4)

2. ढूँढ़ें अनमोल रत्न

(10 मि.)

  • भज 108:9—इस आयत में लिखी बात कब पूरी हुई होगी? (इंसाइट-2 पेज 420 पै 4)

  • इस हफ्ते पढ़ने के लिए जो अध्याय हैं, उनमें आपको क्या-क्या रत्न मिले?

3. पढ़ने के लिए आयतें

बढ़ाएँ प्रचार करने का हुनर

4. बातचीत शुरू करना

(3 मि.) मौका ढूँढ़कर गवाही देना। (प्यार पाठ 1 मुद्दा 4)

5. वापसी भेंट करना

(4 मि.) मौका ढूँढ़कर गवाही देना। सामनेवाले को बताइए कि हम लोगों को बाइबल से सिखाते भी हैं। फिर उसे बाइबल से सीखिए संपर्क कार्ड दीजिए। (प्यार पाठ 9 मुद्दा 3)

6. भाषण

(5 मि.) नौजवानों के सवाल 90—विषय: मैं हमेशा यह सोचना कैसे छोड़ सकता हूँ कि मेरे साथ बुरा होगा? (जी-जान गुण 14)

जीएँ मसीहियों की तरह

गीत 46

7. हम यहोवा को शुक्रिया कहने के लिए गीत गाते हैं

(15 मि.) चर्चा।

जब यहोवा ने लाल सागर के पास इसराएलियों को मिस्र की ताकतवर सेना से बचाया, तो वे उसके बहुत एहसानमंद थे। अपनी एहसानमंदी ज़ाहिर करने के लिए उन्होंने एक नया गीत गाया। (निर्ग 15:1-19) इस गाने की शुरूआत आदमियों ने की। (निर्ग 15:21) यीशु और उस ज़माने के मसीहियों ने भी परमेश्‍वर की तारीफ में गीत गाए। (मत 26:30; कुल 3:16) आज हम भी यहोवा का एहसान मानने की वजह से मंडली की सभाओं, सम्मेलनों और अधिवेशनों में गीत गाते हैं। अभी-अभी हमने जो गीत गाया, “तेरा एहसान मानते यहोवा,” यह गाना हम 1966 से सभाओं में गाते आए हैं।

कुछ जगहों पर शायद आदमी सरेआम गीत गाने से झिझकें। कुछ ऐसे भी हैं जो इसलिए नहीं गाते क्योंकि उन्हें लगता है कि उनकी आवाज़ सुरीली नहीं है। पर हमें याद रखना चाहिए कि सभाओं में गीत गाना हमारी उपासना का एक भाग है। यहोवा का संगठन बड़ी मेहनत से गीतों की रचना करता है और बहुत सोच-समझकर हर सभा के लिए गीत चुनता है। हमें तो बस सुर-से-सुर मिलाकर गीत गाने हैं और अपने पिता यहोवा के लिए प्यार और एहसानमंदी ज़ाहिर करनी है।

अतीत से आज तक—गीत एक तोहफा, भाग 2 वीडियो दिखाइए फिर हाज़िर लोगों से पूछिए:

  • 1944 में कौन-सी खास घटना घटी?

  • साइबेरिया के भाई-बहनों ने कैसे दिखाया कि उन्हें राज-गीतों की बहुत कदर है?

  • यहोवा के साक्षी क्यों मानते हैं कि राज-गीत गाना बहुत ज़रूरी है?

8. मंडली का बाइबल अध्ययन

समाप्ति के चंद शब्द (3 मि.) | गीत 73 और प्रार्थना