जीएँ मसीहियों की तरह
बाइबल हमें क्या सिखाती है? किताब से अध्ययन कैसे कराएँ
बाइबल हमें क्या सिखाती है? (सिखाती है) किताब और बाइबल असल में क्या सिखाती है? (बाइबल सिखाती है) किताब एक जैसी ही हैं। दोनों किताबों में एक जैसे ही विषय हैं और एक जैसे ही क्रम में दिए गए हैं। लेकिन सिखाती है किताब की भाषा सरल है और इसके तर्क समझने में आसान हैं। यह उनके लिए तैयार की गयी है, जिन्हें बाइबल सिखाती है किताब समझना मुश्किल लगता है। इसमें ‘अतिरिक्त लेख’ के बजाय ‘ज़्यादा जानकारी’ दी गयी है। ‘ज़्यादा जानकारी’ में अध्याय में दिए कुछ शब्द और मुद्दे सरल तरीके से समझाए गए हैं। अध्याय की शुरूआत में कोई सवाल नहीं दिए गए हैं, न ही आखिर में जवाबों का कोई बक्स दिया गया है। इसके बजाय अध्याय के आखिर में ‘आपने क्या सीखा?’ नाम का बक्स है, जिसमें उस अध्याय का सारांश दिया गया है। बाइबल सिखाती है किताब की तरह सिखाती है किताब कभी भी दी जा सकती है, भले ही वह महीने का प्रकाशन न हो। सिखाती है किताब से अध्ययन करवाते वक्त हम इसकी खासियतों का कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं?
आपने क्या सीखा?: आम तौर पर लोगों के साथ बाइबल सिखाती है किताब से अध्ययन करते वक्त हम पैराग्राफ पढ़ते हैं, फिर सवाल करते हैं। लेकिन अगर विद्यार्थी भाषा अच्छी तरह नहीं जानता या उसे ठीक से पढ़ना नहीं आता, तो सिखाती है किताब से ‘आपने क्या सीखा?’ में से उसके साथ अध्ययन कर सकते हैं और विद्यार्थी को खुद अलग-से अध्याय पढ़ने के लिए कह सकते हैं। अगर आप उसके साथ 15 मिनट के लिए ही अध्ययन करते हैं, तब भी आप उसे ‘आपने क्या सीखा?’ में से एक बात सिखा सकते हैं। ‘आपने क्या सीखा’ में वे सारी बातें नहीं दी गयी हैं जो अध्याय में हैं, इसलिए प्रचारक को विद्यार्थी को ध्यान में रखकर अच्छी तरह तैयारी करनी चाहिए। अगर प्रचारक सीधे अध्याय से अध्ययन करा रहा है, तो वह आखिर में ‘आपने क्या सीखा’ से मुख्य मुद्दे दोहरा सकता है।
ज़्यादा जानकारी: ‘ज़्यादा जानकारी’ में शब्द और मुद्दे उसी क्रम में समझाए गए हैं, जिस क्रम में उनका अध्याय में ज़िक्र हुआ है। प्रचारक चाहे तो अध्ययन के दौरान ही सिखाती है किताब के इस भाग पर चर्चा कर सकता है।