प्रकाशन कैसे दें
क्या दुख-तकलीफें कभी खत्म होंगी? (T-34 ट्रैक्ट)
सवाल कीजिए: आपके इलाके में हुई किसी घटना का ज़िक्र कीजिए, जिसके बारे में सोचकर लोग परेशान हैं। फिर पूछिए, कुछ लोग सोचते हैं कि क्या दुख-तकलीफें कभी खत्म होंगी? इस बारे में परमेश्वर ने एक वादा किया है, जिसके बारे में मैं आपको बताना चाहता हूँ।
आयत पढ़िए: प्रक 21:3, 4
कहिए: इस ट्रैक्ट में ऐसे दो सबूत दिए गए हैं, जिससे हम यकीन कर सकते हैं कि परमेश्वर का यह वादा ज़रूर पूरा होगा।
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परमेश्वर की सुनिए
सवाल कीजिए: क्या आप ऐसी दुनिया में रहना चाहेंगे? [पेज 2 और 3 दिखाइए और जवाब के लिए रुकिए।]
आयत पढ़िए: यिर्म 29:11
कहिए: इस किताब में बताया गया है कि हम परमेश्वर की कैसे सुन सकते हैं और भविष्य में उस ज़िंदगी का लुत्फ कैसे उठा सकते हैं, जो वह हमारे लिए चाहता है? [पेज 4 और 5 पर चर्चा कीजिए।]
आप इन्हें कैसे देंगे
प्रकाशन देने के जो तरीके ऊपर बताए गए हैं, उनको ध्यान में रखकर सोचिए कि आप अपने तरीके से प्रकाशन कैसे देंगे।