एस्तेर ने परमेश्वर के लोगों का पक्ष लिया
एस्तेर ने परमेश्वर के लोगों का पक्ष लेते वक्त बहुत ही हिम्मत और विश्वास से काम लिया
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राजा के पास बिन बुलाए जाना एक तरह से अपनी मौत को बुलावा देना था। राजा ने 30 दिनों से एस्तेर को नहीं बुलाया था
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राजा क्षयर्ष, जो शायद जरक्सीज़ प्रथम के नाम से भी जाना जाता था, बहुत गुस्सैल स्वभाव का था। एक बार उसने एक आदमी को दो हिस्सों में कटवाकर उसे लटकाने का आदेश दिया, ताकि सभी लोग इससे सबक सीख सकें। जब रानी वशती ने राजा की बात नहीं मानी, तो उसने उसे रानी के पद से हटा दिया
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एस्तेर को राजा को यह बताना था कि वह एक यहूदी है और उसे इस बात का यकीन दिलाना था कि उसके भरोसेमंद सलाहकार ने उसके खिलाफ साज़िश रची है