जीएँ मसीहियों की तरह
बाइबल के प्रकाशन सोच-समझकर दीजिए
यीशु ने सिखाया था, “तुम्हें मुफ्त मिला है, मुफ्त में दो।” (मत 10:8) इस निर्देश के मुताबिक हम लोगों को बाइबल या बाइबल पर आधारित प्रकाशन देते वक्त उनसे पैसे नहीं लेते। (2कुर 2:17) फिर भी यह बात सच है कि इन प्रकाशनों में परमेश्वर के वचन की अनमोल सच्चाइयाँ दी गयी हैं। इन प्रकाशनों को छापने और दुनिया-भर की मंडलियों तक पहुँचाने में बहुत मेहनत और पैसे लगते हैं। इसलिए हमें उतने ही प्रकाशन लेने चाहिए जितने कि हमें ज़रूरत है।
सोच-समझकर लोगों को प्रकाशन दीजिए, सरेआम गवाही देते वक्त भी। (मत 7:6) आने-जानेवाले लोगों को अंधाधुंध प्रकाशन देने के बजाय उनसे पहले बात कीजिए ताकि आप पता कर सकें कि उन्हें हमारे संदेश में दिलचस्पी है या नहीं। लेकिन अगर एक व्यक्ति हमसे किसी खास प्रकाशन की गुज़ारिश करता है तो हम खुशी-खुशी उसे देते हैं।—नीत 3:27, 28.