6-12 फरवरी
यशायाह 47-51
गीत 6 और प्रार्थना
आज की सभा की एक झलक (3 मि. या उससे कम)
पाएँ बाइबल का खज़ाना
“यहोवा की आज्ञा मानने से आशीषें मिलती हैं”: (10 मि.)
यश 48:17—सच्ची उपासना करने के लिए परमेश्वर की हिदायतें मानना ज़रूरी है (यशायाह-2 पेज 131 पै 18)
यश 48:18—यहोवा हमसे प्यार करता है और चाहता है कि हम ज़िंदगी में खुश रहें (यशायाह-2 पेज 131 पै 19)
यश 48:19—आज्ञा मानने से हमें हमेशा तक आशीषें मिलती हैं (यशायाह-2 पेज 132 पै 20-21)
ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (8 मि.)
यश 49:6—हालाँकि मसीहा ने धरती पर रहते वक्त सिर्फ इसराएलियों को प्रचार किया था, फिर भी वह किस मायने में “राष्ट्रों के लिए रौशनी” है? (प्र07 2/1 पेज 9 पै 8)
यश 50:1—यहोवा ने इसराएलियों से यह सवाल क्यों किया: “जब मैंने तुम्हारी माँ को दूर भेजा, तो क्या उसे कोई तलाकनामा दिया?” (इंसाइट-1 पेज 643 पै 4-5)
इस हफ्ते के अध्यायों से मैंने यहोवा के बारे में क्या सीखा?
इन अध्यायों में से कौन-सा मुद्दा मैं प्रचार में लोगों को बता सकता हूँ?
पढ़ने के लिए आयतें: (4 मि. या उससे कम) यश 51:12-23
बढ़ाएँ प्रचार में हुनर
इस महीने प्रकाशन देने की तैयारी कीजिए: (15 मि.) “प्रकाशन कैसे दें” पर चर्चा। प्रकाशन देने के वीडियो दिखाइए। हर वीडियो दिखाने के बाद उसमें बतायी गयी कुछ खास बातों पर चर्चा कीजिए। प्रचारकों को बढ़ावा दीजिए कि वे फरवरी के दौरान लोगों को क्या आप सच्चाई जानना चाहेंगे? ट्रैक्ट दें। अगर घर-मालिक दिलचस्पी दिखाता है, तो उसे बाइबल का अध्ययन क्यों करें? वीडियो दिखाइए।
जीएँ मसीहियों की तरह
गीत 11
मंडली की ज़रूरतें: (7 मि.) आप चाहें तो इयरबुक में दिए अनुभवों पर चर्चा कर सकते हैं कि हम उनसे क्या सीख सकते हैं। (इयरबुक16 पेज 144-145)
यहोवा के दोस्त बनो—यहोवा का कहा मानिए: (8 मि.) चर्चा। पहले यहोवा के दोस्त बनो—यहोवा का कहा मानिए वीडियो दिखाइए। फिर इन सवालों पर चर्चा कीजिए: यहोवा का कहा मानने की सबसे बड़ी वजह क्या है? (नीत 27:11) बच्चों को किन बातों में यहोवा का कहा मानना चाहिए? बड़ों को किन बातों में यहोवा का कहा मानना चाहिए?
मंडली का बाइबल अध्ययन: (30 मि.) यहोवा के करीब अध्या 14 पै 16-20 और “मनन के लिए सवाल” नाम का बक्स
सीखी बातों पर एक नज़र और अगले हफ्ते की एक झलक (3 मि.)
गीत 25 और प्रार्थना