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पाएँ बाइबल का खज़ाना | मत्ती 14-15

थोड़े-से आदमियों के हाथों बहुतों को खिलाने का प्रबंध

थोड़े-से आदमियों के हाथों बहुतों को खिलाने का प्रबंध

यीशु के सब चमत्कारों में से एक चमत्कार ऐसा है, जिसका ज़िक्र खुशखबरी की चारों किताबों में आता है। यह उसने ई. सन्‌ 32 के फसह से कुछ समय पहले किया।

यीशु ने लोगों तक खाना पहुँचाने का जो प्रबंध किया था, आज भी उसने सच्चाई का ज्ञान देने के लिए वैसा ही प्रबंध किया है।

14:16-21

  • यीशु के चेलों के पास सिर्फ पाँच रोटियाँ और दो मछलियाँ थीं, फिर भी यीशु ने उनसे एक बड़ी भीड़ को खाना खिलाने के लिए कहा

  • यीशु ने वे रोटियाँ और मछलियाँ लीं और प्रार्थना करके चेलों को दीं। चेलों ने वह खाना लोगों में बाँटा

  • चमत्कार से इतना खाना हो गया कि सबने जी भरकर खाया। यीशु ने थोड़े आदमियों यानी अपने चेलों के हाथों हज़ारों लोगों को खिलाया

  • यीशु ने भविष्यवाणी की थी कि आखिरी दिनों में वह “सही वक्‍त पर खाना” यानी सच्चाई का ज्ञान देने के लिए एक दास को ठहराएगा।​—मत 24:45

  • सन्‌ 1919 में उसने “अपने घर के कर्मचारियों” को सच्चाई का ज्ञान देने के लिए “विश्‍वासयोग्य और बुद्धिमान दास” को ठहराया। यह “दास” अभिषिक्‍त भाइयों के एक छोटे समूह को दर्शाता है

  • इस छोटे समूह के ज़रिए यीशु आज अपने लोगों को ज्ञान रूपी भोजन दे रहा है, जैसे उसने पहली सदी में थोड़े-से चेलों के हाथों बहुतों को खिलाया था

अगर मैं मानता हूँ कि यीशु इसी समूह के ज़रिए सच्चाई का ज्ञान दे रहा है, तो मैं इस समूह का आदर कैसे करूँगा?