5-11 फरवरी
मत्ती 12-13
गीत 9 और प्रार्थना
आज की सभा की एक झलक (3 मि. या उससे कम)
पाएँ बाइबल का खज़ाना
“गेहूँ और जंगली पौधों की मिसाल”: (10 मि.)
मत 13:24-26—एक आदमी ने अपने खेत में बढ़िया बीज बोए, पर उसके दुश्मन ने खेत में जंगली पौधों के बीज बो दिए (प्र13 7/15 पेज 9-10 पै 2-3)
मत 13:27-29—कटाई के दिन आने तक गेहूँ और जंगली पौधे साथ-साथ बढ़े (प्र13 7/15 पेज 10 पै 4)
मत 13:30—कटाई के दिनों में दासों ने पहले जंगली पौधे उखाड़े और फिर गेहूँ जमा किया (प्र13 7/15 पेज 12 पै 10-12)
ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (8 मि.)
मत 12:20—हम यीशु की तरह दूसरों पर करुणा कैसे कर सकते हैं? (“टिमटिमाती बाती” अ.बाइ. मत 12:20 अध्ययन नोट)
मत 13:25—क्या पुराने ज़माने में वाकई लोग दूसरों के खेत में जंगली पौधों के बीज बो देते थे? (प्र16.10 पेज 32)
इस हफ्ते के अध्यायों से आपने यहोवा के बारे में क्या सीखा?
इन अध्यायों में आपको और क्या-क्या रत्न मिले?
पढ़ने के लिए आयतें: (4 मि. या उससे कम) मत 12:1-21
बढ़ाएँ प्रचार में हुनर
पहली मुलाकात का वीडियो: (4 मि.) वीडियो चलाइए और चर्चा कीजिए।
दूसरी मुलाकात: (3 मि. या उससे कम) “गवाही कैसे दें” भाग में दिया सुझाव आज़माइए।
बाइबल अध्ययन: (6 मि. या उससे कम) सिखाती है पेज 22-23 पै 10-12
जीएँ मसीहियों की तरह
गीत 44
मंडली की ज़रूरतें: (5 मि.)
“राज के बारे में मिसालों से मिलनेवाली सीख”: (10 मि.) चर्चा। इन मिसालों को ध्यान में रखते हुए प्रचार काम के बारे में हमारा नज़रिया कैसा होना चाहिए?
मंडली का बाइबल अध्ययन: (30 मि.) विश्वास की मिसाल पेज 2-3 और परिचय पै 1-15
सीखी बातों पर एक नज़र और अगले हफ्ते की एक झलक (3 मि.)
गीत 54 और प्रार्थना