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जीएँ मसीहियों की तरह

धीरज धरते हुए बेसब्री से इंतज़ार कीजिए

धीरज धरते हुए बेसब्री से इंतज़ार कीजिए

परमेश्‍वर के राज का आप कितने लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं? क्या आप मुश्‍किलें झेलते हुए भी उसका इंतज़ार कर रहे हैं? (रोम 8:25) हमारे कुछ भाई-बहनों पर ज़ुल्म किया जा रहा है, कुछ लोग कैद में हैं, कुछ से नफरत की जा रही है और कुछ तो मौत के खतरे का सामना कर रहे हैं। कुछ और मसीही लंबी बीमारी और बुढ़ापे की तकलीफें झेल रहे हैं।

चाहे हम किसी भी तकलीफ का सामना करते हों, हम परमेश्‍वर के राज का बेसब्री से इंतज़ार कर सकते हैं। इसके लिए हमें क्या करना होगा? हमें अपना विश्‍वास मज़बूत करने के लिए हर रोज़ बाइबल पढ़नी होगी और उस पर मनन करना होगा। हमें अपनी आशा पर ध्यान लगाए रखना होगा। (2कुर 4:16-18; इब्र 12:2) हमें यहोवा से गिड़गिड़ाकर मिन्‍नत करनी होगी और उससे पवित्र शक्‍ति की गुज़ारिश करनी होगी। (लूक 11:10, 13; इब्र 5:7) हमारा पिता यहोवा हमारी मदद करेगा ताकि हम ‘खुशी से और सब्र रखते हुए धीरज धर सकें।’​—कुल 1:11.

‘धीरज से दौड़ते रहिए’​—यकीन रखिए कि इनाम ज़रूर मिलेगा  वीडियो देखिए। फिर इन सवालों के जवाब दीजिए:

  • हमारे साथ अचानक किस तरह के ‘हादसे’ हो सकते हैं? (सभ 9:11)

  • प्रार्थना करने से हमें कैसे हिम्मत मिलेगी?

  • अगर हम पहले जितनी सेवा नहीं कर पाते, तो भी हमसे जितना हो सकता है उतना क्यों करना चाहिए?

  • अपनी नज़र इनाम पर रखिए

    किस बात से आपका यकीन बढ़ा है कि आपको इनाम ज़रूर मिलेगा?