इस जानकारी को छोड़ दें

विषय-सूची को छोड़ दें

जीएँ मसीहियों की तरह

परिवार में एक-दूसरे से प्यार कीजिए

परिवार में एक-दूसरे से प्यार कीजिए

प्यार वह डोरी है जो परिवार के सब लोगों को एक-दूसरे से जोड़े रखती है। प्यार नहीं होगा, तो उनमें एकता नहीं होगी और वे एक-दूसरे का साथ नहीं देंगे। पति, पत्नी और माता-पिता क्या कर सकते हैं ताकि सबके बीच प्यार हो?

जो पति अपनी पत्नी से प्यार करता है, वह उसकी ज़रूरतें पूरी करेगा और उसकी भावनाओं का खयाल रखेगा। (इफ 5:28, 29) वह परिवार के लिए खाने-पहनने का इंतज़ाम करेगा और यहोवा के करीब रहने में उनकी मदद करेगा। वह ध्यान रखेगा कि हर हफ्ते पारिवारिक उपासना हो। (1ती 5:8) जो पत्नी अपने पति से प्यार करती है, वह उसके अधीन रहेगी और उसका “गहरा आदर” करेगी। (इफ 5:22, 33; 1पत 3:1-6) पति-पत्नी दोनों को एक-दूसरे की गलतियाँ दिल से माफ करनी चाहिए। (इफ 4:32) जो माता-पिता अपने बच्चों से प्यार करते हैं, वे अपने हर बच्चे का खयाल रखेंगे और उसे यहोवा से प्यार करना सिखाएँगे। (व्य 6:6, 7; इफ 6:4) वे ध्यान देंगे कि बच्चों को स्कूल में क्या-क्या मुश्‍किलें झेलनी पड़ती हैं और दूसरे बच्चे जब उन्हें कुछ गलत करने के लिए बहकाते हैं, तो वे क्या करते हैं। सबके बीच प्यार होगा, तो घर एक आशियाना होगा। किसी को डर या चिंता नहीं होगी।

अपने परिवार से प्यार करते रहिए  वीडियो देखिए। फिर सवालों के जवाब दीजिए:

  • एक पति कैसे अपनी पत्नी की भावनाओं का खयाल रख सकता है?

  • एक पत्नी कैसे अपने पति का “गहरा आदर” कर सकती है?

  • माता-पिता अपने बच्चों के दिल में परमेश्‍वर का वचन कैसे बिठा सकते हैं?