23-29 मई
2 शमूएल 4-6
गीत 135 और प्रार्थना
सभा की एक झलक (1 मि.)
पाएँ बाइबल का खज़ाना
“यहोवा का डर मानिए, उसे गुस्सा मत दिलाइए”: (10 मि.)
ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (10 मि.)
2शम 6:8, 9—जब यहोवा का क्रोध भड़क उठा, तो दाविद ने क्या किया? इससे हम क्या सबक सीखते हैं? (प्र96 4/1 पेज 29 पै 1)
इस हफ्ते के अध्यायों से आपने यहोवा, प्रचार सेवा और दूसरे मामलों के बारे में क्या सीखा?
पढ़ने के लिए आयतें: (4 मि.) 2शम 4:1-12 (जी-जान गुण 10)
बढ़ाएँ प्रचार करने का हुनर
पहली मुलाकात: (3 मि.) “गवाही कैसे दें” में दिया सुझाव आज़माइए। (जी-जान गुण 12)
वापसी भेंट: (4 मि.) “गवाही कैसे दें” में दिया सुझाव अपनाकर बात शुरू कीजिए। आम विषयों पर इस तरह बातचीत कीजिए कि कुछ मुलाकातों बाद आप सजग होइए! अंक 1 पर व्यक्ति का ध्यान दिला सकें। (जी-जान गुण 9)
भाषण: (5 मि.) प्र05 10/1 पेज 23-24 पै 14-15 —विषय: “परमेश्वर से डरो और उसकी महिमा करो।”—प्रक 14:7. (जी-जान गुण 19)
जीएँ मसीहियों की तरह
“क्या आप दंगे-फसाद का सामना करने के लिए तैयार हैं?”: (15 मि.) भाषण और थोड़े सवाल-जवाब। यह भाग एक प्राचीन पेश करेगा। क्या आप विपत्ति का सामना करने के लिए तैयार हैं? वीडियो दिखाइए। इस बारे में अगर शाखा दफ्तर और प्राचीनों के निकाय ने कुछ हिदायतें दी हैं, तो उन्हें दोहराइए।
मंडली का बाइबल अध्ययन: (30 मि.) खुशी पाठ 05
समाप्ति के चंद शब्द (3 मि.)
गीत 96 और प्रार्थना