जीएँ मसीहियों की तरह
“प्यार . . . घमंड से नहीं फूलता”
प्यार होने से हम नम्र रहेंगे। (1कुर 13:4) अगर हमें अपने भाई-बहनों से प्यार होगा, तो हम खुद को उनसे बेहतर नहीं समझेंगे। हम दूसरों की खूबियों पर ध्यान देंगे और हममें जो भी हुनर या काबिलीयतें हैं, उनसे दूसरों की मदद करेंगे। (फिल 2:3, 4) जितना हम दूसरों से प्यार करेंगे, उतना ही यहोवा के काम आएँगे।
याद रखिए कि प्यार—घमंड से नहीं फूलता वीडियो देखिए। फिर सवालों के जवाब दीजिए।
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अबशालोम के पास क्या-क्या था जो हर किसी के पास नहीं होता?
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उसने इसका गलत फायदा कैसे उठाया?
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हमें किन बातों का ध्यान रखना है जिससे कि हम घमंडी न बनें?—गल 5:26