29 मई–4 जून
2 इतिहास 28-29
गीत 54 और प्रार्थना
सभा की एक झलक (1 मि.)
पाएँ बाइबल का खज़ाना
“अगर आपके माता-पिता अच्छी मिसाल न हों, फिर भी आप यहोवा की सेवा कर सकते हैं”: (10 मि.)
ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (10 मि.)
2इत 29:25—जब यहोवा ने नातान को सुधारने के लिए सलाह दी, तो उसे मानकर उसे क्या फायदा हुआ? इससे हम क्या सीखते हैं? (प्र12 2/15 पेज 24-25)
इस हफ्ते के अध्यायों से आपने यहोवा, प्रचार सेवा और दूसरे मामलों के बारे में क्या सीखा?
पढ़ने के लिए आयतें: (4 मि.) 2इत 28:1-11 (जी-जान गुण 10)
बढ़ाएँ प्रचार करने का हुनर
पहली मुलाकात: (3 मि.) “बातचीत कैसे करें?” में जिस विषय पर सुझाव दिया गया है, उसी पर बात कीजिए। बातचीत में आनेवाली एक आम रुकावट पार कीजिए। (जी-जान गुण 4)
वापसी भेंट: (3 मि.) “बातचीत कैसे करें?” में जिस विषय पर सुझाव दिया गया है, उसी पर बात कीजिए। प्रकाशनों के पिटारे में से कोई प्रकाशन दीजिए। (जी-जान गुण 19)
बाइबल अध्ययन: (6 मि.) खुशी पाठ 10 मुद्दा 4 (जी-जान गुण 13)
जीएँ मसीहियों की तरह
“यहोवा ‘अनाथों का पिता’ है”: (8 मि.) चर्चा और वीडियो।
मंडली की ज़रूरतें: (7 मि.)
मंडली का बाइबल अध्ययन: (30 मि.) खुशी पाठ 47
समाप्ति के चंद शब्द (3 मि.)
गीत 86 और प्रार्थना