24-30 जून
भजन 54-56
गीत 48 और प्रार्थना | सभा की एक झलक (1 मि.)
1. परमेश्वर आपकी तरफ है
(10 मि.)
जब आपको डर लगता है, तो दाविद की तरह यहोवा पर भरोसा कीजिए (भज 56:1-4; प्र06 8/1 पेज 23-24 पै 10-11)
जब आप धीरज रखते हैं, तो यहोवा इसकी कदर करता है और वह आपकी मदद भी करेगा (भज 56:8; यहोवा के करीब पेज 243-244 पै 9)
यहोवा आपकी तरफ है। वह आपको कभी-भी ऐसा नुकसान होने नहीं देगा जिसे ठीक ना किया जा सके (भज 56:9-13; रोम 8:36-39; प्र22.06 पेज 18 पै 16-17)
2. ढूँढ़ें अनमोल रत्न
(10 मि.)
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भज 55:12, 13—क्या यहोवा ने पहले से तय किया था कि यहूदा, यीशु से गद्दारी करेगा? (इंसाइट-1 पेज 857-858)
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इस हफ्ते पढ़ने के लिए जो अध्याय हैं, उनमें आपको क्या-क्या रत्न मिले?
3. पढ़ने के लिए आयतें
(4 मि.) भज 55:1-23 (जी-जान गुण 10)
4. बातचीत शुरू करना
(3 मि.) सरेआम गवाही देना। एक व्यक्ति को बताइए कि हम लोगों को बाइबल से सिखाते भी हैं। फिर उसे बाइबल से सीखिए संपर्क कार्ड दीजिए। (जी-जान गुण 11)
5. वापसी भेंट करना
(4 मि.) मौका ढूँढ़कर गवाही देना। (प्यार पाठ 7 मुद्दा 4)
6. भाषण
(5 मि.) प्र23.01 पेज 29-30 पै 12-14—विषय: हम यीशु से प्यार करते हैं, इसलिए हिम्मत से काम लेते हैं। तसवीर भी दिखाइए। (जी-जान गुण 9)
गीत 153
7. हम खुश रह सकते हैं . . . तलवार के बावजूद
(5 मि.) चर्चा।
वीडियो दिखाइए। फिर हाज़िर लोगों से पूछिए:
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जब भी आपको डर लगे तो उसका सामना करने के लिए आप भाई डुगबे से क्या सीख सकते हैं?
8. संगठन को मिली कामयाबी
(10 मि.) जून का वीडियो दिखाइए।
9. मंडली का बाइबल अध्ययन
(30 मि.) गवाही दो अध्या. 11 पै 11-19