विश्वास मज़बूत करनेवाला एक दर्शन
सोचिए कि जब एक दर्शन में यीशु का रूप बदला और उसने अपने पिता को स्वर्ग से यह कहते सुना, ‘मैंने खुद इसे मंज़ूर किया है,’ तो यीशु को कैसा लगा होगा। इसमें कोई शक नहीं कि इससे यीशु को आनेवाली तकलीफें सहने की हिम्मत मिली होगी। यही नहीं इस दर्शन से पतरस, याकूब और यूहन्ना को पूरा यकीन हो गया होगा कि यीशु ही मसीहा है और उसकी बात मानकर वे सही कर रहे हैं। पतरस को 32 साल बाद भी यह दर्शन याद था और उसने बताया कि इस दर्शन से “भविष्यवाणियों पर” उसका भरोसा और मज़बूत हुआ।—2पत 1:16-19.
इस शानदार दर्शन के वक्त हममें से कोई भी वहाँ मौजूद नहीं था, लेकिन आज हम उसे पूरा होते देख रहे हैं। आज यीशु एक शक्तिशाली राजा की हैसियत से राज कर रहा है। बहुत जल्द वह “अपनी जीत पूरी” करेगा और उसके बाद नयी दुनिया आएगी, जहाँ नेकी का बसेरा होगा।—प्रक 6:2.
बाइबल की भविष्यवाणियों को पूरा होते देखकर आपका विश्वास कैसे मज़बूत हुआ है?