जीएँ मसीहियों की तरह
क्या मेरे फैसलों से ज़ाहिर होता है कि मुझे यहोवा पर भरोसा है?
हर दिन हमें कई फैसले लेने होते हैं। दुनिया में लोग अकसर भावनाओं में बहकर या दूसरों की देखा-देखी फैसले करते हैं। (निर्ग 23:2; नीत 28:26) लेकिन जो लोग यहोवा पर भरोसा रखते हैं, वे “उसी को ध्यान में रखकर” सब काम करते हैं। यानी वे बाइबल के सिद्धांतों के मुताबिक फैसले करते हैं।—नीत 3:5, 6.
आगे दी हर आयत के बाद ऐसे हालात लिखिए, जिनमें उस आयत का सिद्धांत लागू करके आप सही फैसला ले सकते हैं।
वफादार लोगों की तरह बनिए, बुरे लोगों की तरह नहीं—मूसा जैसे, फिरौन जैसे नहीं वीडियो देखिए। फिर आगे दिए सवाल का जवाब दीजिए:
जब भाई ने बाइबल के एक उदाहरण के बारे में सोचा, तो उसे सही फैसला लेने में कैसे मदद मिली?