31 मार्च–6 अप्रैल
नीतिवचन 7
गीत 34 और प्रार्थना | सभा की एक झलक (1 मि.)
1. ऐसे हालात से बचिए जिसमें आपको लुभाया जा सकता है
(10 मि.)
एक नादान जवान जानबूझकर ऐसे इलाके में जाता है जहाँ वेश्याएँ हैं (नीत 7:7-9; प्र00 11/15 पेज 29 पै 5)
एक वेश्या उसे अपने साथ संबंध रखने के लिए लुभाती है (नीत 7:10, 13-21; प्र00 11/15 पेज 30 पै 4-6)
खुद को ऐसे हालात में डालकर वह बुरे अंजाम भुगतता है (नीत 7:22, 23; प्र00 11/15 पेज 31 पै 2)
2. ढूँढ़ें अनमोल रत्न
(10 मि.)
नीत 7:3—हम कैसे परमेश्वर की आज्ञाओं को अपनी उँगलियों में बाँध सकते हैं और दिल की पटिया पर लिख सकते हैं? (प्र00 11/15 पेज 29 पै 1)
इस हफ्ते पढ़ने के लिए जो अध्याय है, उसमें आपको क्या-क्या रत्न मिले?
3. पढ़ने के लिए आयतें
(4 मि.) नीत 7:6-20 (जी-जान गुण 2)
4. वापसी भेंट करना
(4 मि.) घर-घर का प्रचार। पिछली बार आपने घर-मालिक को स्मारक का निमंत्रण-पत्र दिया था और वह उस बारे में और जानना चाहता था। (प्यार पाठ 9 मुद्दा 5)
5. वापसी भेंट करना
(4 मि.) मौका ढूँढ़कर गवाही देना। पिछली बार आपने सामनेवाले को स्मारक का निमंत्रण-पत्र दिया था और वह उस बारे में और जानना चाहता था। (प्यार पाठ 9 मुद्दा 4)
6. वापसी भेंट करना
(4 मि.) सरेआम गवाही देना। पिछली बार आपने सामनेवाले को स्मारक का निमंत्रण-पत्र दिया था और वह उस बारे में और जानना चाहता था। (प्यार पाठ 9 मुद्दा 3)
गीत 13
7. कोई और सही मौका मिलने तक (लूक 4:6)
(15 मि.) चर्चा।
वीडियो दिखाइए। फिर हाज़िर लोगों से पूछिए:
यीशु को किस तरह लुभाया गया? हमें भी कैसे लुभाया जा सकता है?
ऐसे हालात का सामना हम कैसे कर सकते हैं?
8. मंडली का बाइबल अध्ययन
(30 मि.) गवाही दो अध्या. 24 पै 13-21