7-13 मार्च
एस्तेर 6-10
गीत 33 और प्रार्थना
आज की सभा की एक झलक (3 मि. या उससे कम)
पाएँ बाइबल का खज़ाना
“एस्तेर ने बिना किसी स्वार्थ के यहोवा और उसके लोगों की खातिर कदम उठाया”: (10 मि.)
एस 8:3, 4—हालाँकि एस्तेर की जान को कोई खतरा नहीं था, फिर भी उसने दूसरों की खातिर अपनी जान जोखिम में डाली (इमिटेट पेज 143 पैरा. 24-25; प्रहरीदुर्ग 86 4/1 पेज 28 पैरा. 4)
एस 8:5—राजा क्षयर्ष से बात करते वक्त एस्तेर ने समझदारी से काम लिया (प्रहरीदुर्ग 06 3/1 पेज 11 पैरा. 8)
एस 8:17—बहुत-से लोगों ने यहूदी धर्म अपनाया (प्रहरीदुर्ग 06 3/1 पेज 11 पैरा. 3)
ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (8 मि.)
एस 8:1, 2—अपनी मौत से पहले याकूब ने जो भविष्यवाणी की थी कि बिन्यामीन “साँझ को लूट बाँट लेगा,” वह कैसे पूरी हुई? (इमिटेट पेज 142 बक्स; प्रहरीदुर्ग 12 1/1 पेज 29 बक्स, अँग्रेज़ी)
एस 9:10, 15, 16—राजा के फरमान के मुताबिक यहूदी अपने दुश्मनों का धन लूट सकते थे, फिर भी उन्होंने ऐसा क्यों नहीं किया? (प्रहरीदुर्ग 06 3/1 पेज 11 पैरा. 4)
इस हफ्ते पढ़ने के लिए जो अध्याय थे, उनसे यहोवा के बारे में मैंने क्या सीखा?
इस हफ्ते पढ़ने के लिए जो अध्याय थे, उनमें से कौन-सी बातें मैं प्रचार करते वक्त ध्यान में रख सकता हूँ?
पढ़ने के लिए आयतें: एस 8:1-9 (4 मि. या उससे कम)
बढ़ाएँ प्रचार में हुनर
इस महीने प्रकाशन देने की तैयारी कीजिए: (15 मि.) चर्चा। प्रकाशन देने के वीडियो दिखाइए। फिर प्रदर्शनों में बतायी गयीं कुछ खास बातों पर चर्चा कीजिए। इसके बाद “प्रचार में अपना हुनर बढ़ाइए—आप प्रकाशन कैसे देंगे” पर चर्चा कीजिए।
जीएँ मसीहियों की तरह
गीत 21
“मेहमानों का स्वागत कीजिए”: (15 मि.) चर्चा। प्रचारकों से पूछिए कि जब उन्होंने स्मारक में आए मेहमानों को स्वागत करने में पहल की, तो इसका क्या बढ़िया नतीजा निकला। इनमें से हुए एक बहुत ही अच्छे अनुभव का प्रदर्शन दिखाइए।
मंडली का बाइबल अध्ययन: गवाही दो अध्या. 26 पैरा. 16-22, “माल्टा कहाँ था?” नाम का बक्स (30 मि.)
सीखी बातों पर एक नज़र और अगले हफ्ते की एक झलक (3 मि.)
गीत 147 (49) और प्रार्थना