19-25 मार्च
मत्ती 24
गीत 43 और प्रार्थना
आज की सभा की एक झलक (3 मि. या उससे कम)
पाएँ बाइबल का खज़ाना
“इन आखिरी दिनों में जागते रहिए”: (10 मि.)
ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (8 मि.)
मत 24:8—यीशु के शब्दों का क्या मतलब हो सकता है? (“प्रसव-पीड़ा की तरह मुसीबतों” अ.बाइ. मत 24:8 अध्ययन नोट)
मत 24:20—यीशु ने यह बात क्यों कही? (“सर्दियों के मौसम में,” “सब्त के दिन” अ.बाइ. मत 24:20 अध्ययन नोट)
इस हफ्ते के अध्यायों से आपने यहोवा के बारे में क्या सीखा?
इन अध्यायों में आपको और क्या-क्या रत्न मिले?
पढ़ने के लिए आयतें: (4 मि. या उससे कम) मत 24:1-22
बढ़ाएँ प्रचार में हुनर
पहली मुलाकात: (2 मि. या उससे कम) “गवाही कैसे दें” भाग में दिया सुझाव अपनाकर बात शुरू कीजिए। घर-मालिक कोई ऐसी बात कहता है, जो अकसर आपके इलाके में लोग बातचीत रोकने के लिए कहते हैं।
दूसरी मुलाकात: (3 मि. या उससे कम) “गवाही कैसे दें” भाग में दिया सुझाव अपनाकर बात शुरू कीजिए। आपने जिससे पिछली बार बात की थी, वह घर पर नहीं है, लेकिन उसका रिश्तेदार मिलता है।
तीसरी मुलाकात का वीडियो: (5 मि.) वीडियो दिखाइए और चर्चा कीजिए।
जीएँ मसीहियों की तरह
“इस दुनिया की व्यवस्था का अंत करीब है”: (15 मि.) चर्चा। वीडियो दिखाइए।
मंडली का बाइबल अध्ययन: (30 मि.) विश्वास की मिसाल अध्या 3 पै 14-21, “बाइबल के इतिहास में एक खास तारीख” नाम का बक्स और “मनन के लिए सवाल”
सीखी बातों पर एक नज़र और अगले हफ्ते की एक झलक (3 मि.)
गीत 40 और प्रार्थना