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जीएँ मसीहियों की तरह

प्रचार में अपना हुनर बढ़ाइए​—विद्यार्थियों को अध्ययन की तैयारी करना सिखाइए

प्रचार में अपना हुनर बढ़ाइए​—विद्यार्थियों को अध्ययन की तैयारी करना सिखाइए

यह ज़रूरी क्यों है: जब विद्यार्थी अध्ययन की अच्छी तैयारी करते हैं, तो उन्हें हमारी बात जल्दी समझ में आती है और वे उसे याद भी रख पाते हैं। जितना ज़्यादा वे हमारी बात समझेंगे और उसे याद रखेंगे, उतनी ही जल्दी वे तरक्की करेंगे। बपतिस्मा पाने के बाद भी उन्हें सभाओं और प्रचार के लिए तैयारी करनी होगी। यह अच्छी आदत उन्हें आध्यात्मिक मायने में ‘जागते रहने’ में मदद करेगी। (मत 25:13) अगर विद्यार्थी को पता हो कि अध्ययन कैसे किया जाता है और उसने अध्ययन करने की अच्छी आदत डाली हो, तो उसे सारी ज़िंदगी फायदा होगा। हमें शुरू से ही अपने विद्यार्थी में यह आदत डलवानी चाहिए कि वह अध्ययन की तैयारी करे।

कैसे कर सकते हैं:

  • आप भी तैयारी कीजिए। (रोम 2:21) हर अध्ययन से पहले विद्यार्थी को ध्यान में रखकर तैयारी कीजिए। (राज-सेवा 11/15 पेज 3) उसे अपना प्रकाशन दिखाइए जिससे तैयारी करते वक्‍त आपने निशान लगाए हैं

  • विद्यार्थी को तैयारी करने का बढ़ावा दीजिए। जब आपको लगे कि एक नया विद्यार्थी नियमित तौर पर अध्ययन करेगा, तो उसे समझाइए कि अध्ययन के लिए तैयारी करना ज़रूरी होता है। उसे बताइए कि इसके क्या फायदे हैं और सुझाव दीजिए कि वह तैयारी करने के लिए समय कैसे निकाल सकता है। अध्ययन के दौरान कुछ भाई-बहन अपना प्रकाशन विद्यार्थी को देते हैं ताकि जब वह उसमें निशान देखे, तो तैयारी करने के फायदे समझ पाए। अगर विद्यार्थी तैयारी करता है, तो उसकी तारीफ कीजिए

  • विद्यार्थी को तैयारी करना सिखाइए। कुछ भाई-बहन शुरू में एक दफा पूरे अध्ययन के दौरान विद्यार्थी को सिर्फ तैयारी करना सिखाते हैं