गवाही देने के सुझाव
●○○ पहली मुलाकात
सवाल: ईश्वर ने इंसानों को क्यों बनाया?
आयत: उत 1:28
अगली बार: हम कैसे कह सकते हैं कि ईश्वर अपना मकसद ज़रूर पूरा करेगा?
○●○ दूसरी मुलाकात
सवाल: हम कैसे कह सकते हैं कि ईश्वर अपना मकसद ज़रूर पूरा करेगा?
आयत: यश 55:11
अगली बार: जब ईश्वर का मकसद पूरा होगा, तो ज़िंदगी कैसी होगी?
○○● तीसरी मुलाकात
सवाल: जब ईश्वर का मकसद पूरा होगा, तो ज़िंदगी कैसी होगी?
आयत: भज 37:10, 11
अगली बार: ऐसी ज़िंदगी पाने के लिए हमें क्या करना होगा?
स्मारक निमंत्रण अभियान (23 मार्च–19 अप्रैल):
हम आपको एक खास कार्यक्रम के लिए बुलाना चाहते हैं। यह उसका निमंत्रण पत्र है। पूरी दुनिया में लाखों लोग शुक्रवार, 19 अप्रैल के दिन यीशु की कुरबानी याद करने के लिए इकट्ठा होंगे। इस परचे में लिखा है कि हमारे इलाके में यह कार्यक्रम कब और कहाँ होगा। इसके एक हफ्ते पहले एक भाषण दिया जाएगा जिसका विषय है, “असली ज़िंदगी पाने के लिए जी-तोड़ मेहनत कीजिए!” उसे सुनने के लिए भी ज़रूर आइएगा।
अगली बार (दिलचस्पी रखनेवालों के लिए): यीशु ने अपनी जान कुरबान क्यों की?