11-17 मार्च
रोमियों 15-16
गीत 33 और प्रार्थना
सभा की एक झलक (3 मि. या कम)
पाएँ बाइबल का खज़ाना
“धीरज धरने और दिलासा पाने के लिए यहोवा की ओर ताकिए”: (10 मि.)
रोम 15:4—दिलासा पाने के लिए बाइबल पढ़िए (प्र17.07 पेज 14 पै 11)
रोम 15:5—“धीरज” धरने और “दिलासा” पाने के लिए यहोवा से बिनती कीजिए (प्र16.04 पेज 14 पै 5)
रोम 15:13—यहोवा हमें आशा देता है (प्र14 6/15 पेज 14 पै 11)
ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (8 मि.)
रोम 15:27—गैर-यहूदी मसीही यरूशलेम के मसीहियों के “कर्ज़दार” क्यों थे? (प्र89 12/1 पेज 24 पै 3, अँग्रेज़ी)
रोम 16:25—वह “पवित्र रहस्य” क्या है जिसे “पुराने ज़माने से राज़ रखा गया था”? (इंसाइट-1 पेज 858 पै 5)
इस हफ्ते के अध्यायों से आपने यहोवा के बारे में क्या सीखा?
इन अध्यायों में आपको और क्या-क्या रत्न मिले?
पढ़ने के लिए आयतें: (4 मि. या कम) रोम 15:1-16 (जी-जान गुण 10)
बढ़ाएँ प्रचार में हुनर
पहली मुलाकात का वीडियो: (4 मि.) वीडियो दिखाइए और चर्चा कीजिए।
पहली मुलाकात: (2 मि. या कम) “गवाही कैसे दें” में दिया सुझाव आज़माइए। (जी-जान गुण 3)
पहली मुलाकात: (3 मि. या कम) “गवाही कैसे दें” में दिया सुझाव अपनाकर बात शुरू कीजिए। बातचीत में आनेवाली एक आम रुकावट पार कीजिए। (जी-जान गुण 10)
पहली मुलाकात: (3 मि. या कम) “गवाही कैसे दें” में दिया सुझाव अपनाकर बात शुरू कीजिए। बातचीत में आनेवाली एक आम रुकावट पार कीजिए। (जी-जान गुण 11)
जीएँ मसीहियों की तरह
यहोवा “धीरज और दिलासा” कैसे देता है: (15 मि.) वीडियो दिखाइए। फिर नीचे दिए सवालों पर चर्चा कीजिए:
यहोवा हमें कैसे दिलासा देता है?
आप कैसे दूसरों को दिलासा दे सकते हैं?
मंडली का बाइबल अध्ययन: (30 मि.) राज किताब अध्या 4 पै 7-15, बक्स “प्रहरीदुर्ग ने कैसे परमेश्वर के नाम को ऊँचा उठाया” और “प्रचार करने की ज़बरदस्त वजह”
सीखी बातों पर एक नज़र और अगले हफ्ते की एक झलक (3 मि.)
गीत 63 और प्रार्थना