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16-22 मार्च

उत्पत्ति 25-26

16-22 मार्च
  • गीत 18 और प्रार्थना

  • सभा की एक झलक (1 मि.)

पाएँ बाइबल का खज़ाना

  • एसाव ने अपने पहलौठे का अधिकार बेचा”: (10 मि.)

    • उत 25:27, 28—एसाव और याकूब जुड़वा थे, मगर उनका स्वभाव और उनके काम एक-दूसरे से बहुत अलग थे (इंसाइट-1 पेज 1242)

    • उत 25:29, 30—एसाव ने खुद पर काबू नहीं किया, लेकिन वही किया जो भूख और थकान ने उससे करवाया

    • उत 25:31-34—एसाव को पवित्र चीज़ों की कदर नहीं थी, उसने एक वक्‍त के खाने के बदले पहलौठे होने का हक याकूब को बेच दिया (प्र19.02 पेज 16 पै 11; इंसाइट-1 पेज 835)

  • ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (10 मि.)

    • उत 25:31-34—इस घटना से कैसे साबित होता है कि मसीहा का पुरखा बनने के लिए पहलौठा होना ज़रूरी नहीं था? (इब्र 12:16; प्र17.12 पेज 15 पै 5-7)

    • उत 26:7—इसहाक ने सच-सच क्यों नहीं बताया कि रिबका उसकी पत्नी है? (इंसाइट-2 पेज 245 पै 6)

    • इस हफ्ते के अध्यायों से आपने यहोवा, प्रचार सेवा और दूसरे मामलों के बारे में क्या सीखा?

  • पढ़ने के लिए आयतें: (4 मि. या कम) उत 26:1-18 (जी-जान  गुण 5)

बढ़ाएँ प्रचार में हुनर

  • दूसरी मुलाकात का वीडियो: (5 मि.) चर्चा। वीडियो दिखाइए। फिर हाज़िर लोगों से पूछिए: अगर एक व्यक्‍ति हमारे सवाल का जवाब नहीं दे पाता, तो हम क्या कर सकते हैं ताकि वह शर्मिंदा महसूस न करे? प्रचारक ने किस तरह मत्ती 20:28 पर अच्छे से तर्क किया?

  • दूसरी मुलाकात: (4 मि. या कम) “गवाही कैसे दें” में दिया सुझाव आज़माइए। (जी-जान  गुण 3)

  • दूसरी मुलाकात: (4 मि. या कम) “गवाही कैसे दें” में दिया सुझाव अपनाकर बात शुरू कीजिए। फिर सिखाती है  किताब दीजिए। (जी-जान  गुण 15)

जीएँ मसीहियों की तरह