23-29 मार्च
उत्पत्ति 27-28
गीत 10 और प्रार्थना
सभा की एक झलक (1 मि.)
पाएँ बाइबल का खज़ाना
“याकूब को वह आशीर्वाद मिला, जिसका वह हकदार था”: (10 मि.)
उत 27:6-10—रिबका की मदद से याकूब को वह आशीर्वाद मिला, जिसका वह हकदार था (प्र04 4/15 पेज 11 पै 3-4)
उत 27:18, 19—याकूब अपने पिता के सामने एसाव बनकर आया (प्र07 10/1 पेज 31 पै 2-3, अँग्रेज़ी)
उत 27:27-29—इसहाक ने याकूब को वह आशीर्वाद दिया, जो एक पहलौठे को मिलता है (इंसाइट-1 पेज 341 पै 6)
ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (10 मि.)
उत 27:46–28:2—पति-पत्नी इसहाक और रिबका से क्या सीख सकते हैं? (प्र06 4/15 पेज 6 पै 3-4)
उत 28:12, 13—याकूब ने “एक सीढ़ी” के बारे में जो सपना देखा, उसका क्या मतलब है? (प्र04 1/15 पेज 28 पै 5)
इस हफ्ते के अध्यायों से आपने यहोवा, प्रचार सेवा और दूसरे मामलों के बारे में क्या सीखा?
पढ़ने के लिए आयतें: (4 मि. या कम) उत 27:1-23 (जी-जान गुण 2)
बढ़ाएँ प्रचार में हुनर
तीसरी मुलाकात का वीडियो: (5 मि.) चर्चा। वीडियो दिखाइए। फिर हाज़िर लोगों से पूछिए: प्रचारक ने कैसे दिखाया कि वह उस व्यक्ति की बात ध्यान से सुन रहा है? प्रचारक ने किस तरह प्रकाशनों के पिटारे का अच्छी तरह इस्तेमाल किया?
तीसरी मुलाकात: (3 मि. या कम) “गवाही कैसे दें” में दिया सुझाव आज़माइए। (जी-जान गुण 6)
बाइबल अध्ययन: (5 मि. या कम) यहोवा की मरज़ी पाठ 17 (जी-जान गुण 11)
जीएँ मसीहियों की तरह
मंडली की ज़रूरतें: (15 मि.)
मंडली का बाइबल अध्ययन: (30 मि.) राज किताब अध्या 22 पै 1-7
समाप्ति के चंद शब्द (3 मि. या कम)
गीत 142 और प्रार्थना