जीएँ मसीहियों की तरह
अपनों को खोने का गम कैसे सहें?
जब हमारे अपनों की मौत होती है तो हमें यकीन है कि यहोवा उन्हें फिर से ज़िंदा करेगा। इस आशा से हमें बहुत दिलासा मिलता है। फिर भी पाप और मौत एक ऐसी “चादर” की तरह है, जो हम सबको ढकी हुई है और जिससे हमारा दम घुटता है। (यश 25:7, 8) यह एक वजह है कि क्यों ‘सारी सृष्टि एक-साथ कराहती और दर्द से तड़प रही है।’ (रोम 8:22) जब तक हमारे अपनों को ज़िंदा नहीं किया जाता, तब तक उन्हें खोने का गम हम कैसे सह सकते हैं? बाइबल में दिए सिद्धांतों से हमें मदद मिल सकती है।
जब हमारे किसी अपने की मौत हो जाए वीडियो देखिए। फिर सवालों के जवाब दीजिए।
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डैन्येल, मासाहिरो और योशिमि किस दर्द से गुज़रे?
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उन्होंने कौन-से पाँच सुझाव अपनाए जिनसे उन्हें बहुत मदद मिली?
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कौन हमें असल में दिलासा दे सकता है?—2कुर 1:3, 4.