21-27 अक्टूबर
भजन 100-102
गीत 37 और प्रार्थना | सभा की एक झलक (1 मि.)
1. यहोवा के अटल प्यार की कदर कीजिए
(10 मि.)
यहोवा के लिए अपना प्यार और गहरा कीजिए (भज 100:5; प्र23.03 पेज 12-13 पै 18-19)
ऐसी बातों से दूर रहिए जिससे यहोवा के साथ आपकी दोस्ती टूट सकती है (भज 101:2, 3; प्र23.02 पेज 17 पै 10)
ऐसे लोगों से दूर रहिए जो यहोवा और उसके संगठन को बदनाम करते हैं (भज 101:5; प्र11 7/15 पेज 16 पै 7-8)
खुद से पूछिए: ‘मैं जिस तरह सोशल मीडिया का इस्तेमाल करता हूँ, उससे क्या यहोवा के साथ मेरा रिश्ता खराब हो सकता है?’
2. ढूँढ़ें अनमोल रत्न
(10 मि.)
भज 102:6—इस भजन के लिखनेवाले ने ऐसा क्यों कहा कि वह हवासिल चिड़िया जैसा है? (इंसाइट-2 पेज 596)
इस हफ्ते पढ़ने के लिए जो अध्याय हैं, उनमें आपको क्या-क्या रत्न मिले?
3. पढ़ने के लिए आयतें
(4 मि.) भज 102:1-28 (जी-जान गुण 12)
4. बातचीत शुरू करना
(3 मि.) घर-घर का प्रचार। (प्यार पाठ 2 मुद्दा 3)
5. वापसी भेंट करना
(5 मि.) घर-घर का प्रचार। सामनेवाले से पूछिए कि क्या वह बाइबल अध्ययन करना चाहता है। (प्यार पाठ 9 मुद्दा 4)
6. समझाना कि आप क्या मानते हैं
(4 मि.) प्रदर्शन। पवित्र शास्त्र से जुड़े सवालों के जवाब 129—विषय: क्या बाइबल में फेरबदल किया गया है? (जी-जान गुण 8)
गीत 137
7. ‘मैं तुझसे लिपटा रहूँगा और तू मुझे थामे रहेगा!’
(15 मि.)
चर्चा। वीडियो दिखाइए। फिर हाज़िर लोगों से पूछिए:
हन्ना ने अटल प्यार कैसे ज़ाहिर किया?
हम उसकी तरह कैसे बन सकते हैं?
8. मंडली का बाइबल अध्ययन
(30 मि.) गवाही दो अध्या. 17 पै 1-7