23-29 सितंबर
भजन 88-89
गीत 22 और प्रार्थना | सभा की एक झलक (1 मि.)
1. यहोवा की हुकूमत करने का तरीका ही सबसे बढ़िया है
(10 मि.)
यहोवा हमेशा सही तरीके से और न्याय के मुताबिक हुकूमत करता है (भज 89:14; प्र17.06 पेज 28 पै 5)
यहोवा की हुकूमत के अधीन लोगों को सच्ची खुशी मिलती है (भज 89:15, 16; प्र17.06 पेज 29 पै 10-11)
यहोवा की हुकूमत हमेशा तक कायम रहेगी (भज 89:34-37; प्र14 10/15 पेज 10-11 पै 14)
2. ढूँढ़ें अनमोल रत्न
(10 मि.)
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भज 89:37—विश्वासयोग्य रहने और वफादार रहने में क्या फर्क है? (यहोवा के करीब पेज 281-282 पै 4-5)
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इस हफ्ते पढ़ने के लिए जो अध्याय हैं, उनमें आपको क्या-क्या रत्न मिले?
3. पढ़ने के लिए आयतें
(4 मि.) भज 89:1-24 (जी-जान गुण 11)
4. बातचीत शुरू करना
(3 मि.) सरेआम गवाही देना। एक व्यक्ति जो ईसाई नहीं है, उससे पूछिए कि क्या वह बाइबल अध्ययन करना चाहता है। (प्यार पाठ 5 मुद्दा 5)
5. वापसी भेंट करना
(4 मि.) घर-घर का प्रचार। घर-मालिक को बताइए कि बाइबल का अध्ययन कैसे किया जाता है। (जी-जान गुण 9)
6. समझाइए कि आप क्या मानते हैं
(5 मि.) भाषण। खुशी पाठ 1 मुद्दा 1-2—विषय: बाइबल किस बारे में है? (जी-जान गुण 2)
गीत 94
7. यहोवा के स्तर सबसे बढ़िया हैं
(10 मि.) चर्चा।
बहुत-से लोगों को लगता है कि सेक्स और शादी के बारे में बाइबल के जो स्तर हैं, वे बहुत सख्त और पुराने हो गए हैं। पर क्या आपको पूरा यकीन है कि यहोवा के स्तरों पर चलने में ही आपकी भलाई है?—यश 48:17, 18; रोम 12:2.
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हमें क्यों दुनिया के नैतिक स्तरों पर नहीं चलना चाहिए? (यिर्म 10:23; 17:9; 2कुर 11:13-15; इफ 4:18, 19)
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हम क्यों यकीन रख सकते हैं कि यहोवा के ठहराए नैतिक स्तर सही हैं? (यूह 3:16; रोम 11:33; तीत 1:2)
बाइबल में बताया गया है कि जो लोग परमेश्वर के नैतिक स्तरों पर नहीं चलते, वे “परमेश्वर के राज के वारिस नहीं होंगे।” (1कुर 6:9, 10) पर क्या सिर्फ इसी वजह से हमें परमेश्वर के स्तरों पर चलना चाहिए?
मेरे विश्वास की वजह—परमेश्वर के स्तर मानूँ या मन-मरज़ी करूँ? वीडियो दिखाइए। फिर हाज़िर लोगों से पूछिए:
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यहोवा के नैतिक स्तरों से हमारी हिफाज़त कैसे होती है?
8. मंडली की ज़रूरतें
(5 मि.)
9. मंडली का बाइबल अध्ययन
(30 मि.) गवाही दो अध्या. 15 पै 15-20