लूत की पत्नी को याद रखो—भाग 3 चलाएँ लूत की पत्नी को याद रखो—भाग 3 मत भूलिए कि आप किसकी सेवा करते हैं माफ कीजिए, मीडिया प्लेयर डाउनलोड नहीं हो पाया। इस वीडियो को डाऊनलोड करें पिछला अगला आप शायद ये भी देखना चाहें प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण अपने दिल के इरादों से खबरदार रहिए कभी-कभी हमारा दिल हमारे गलत काम को जायज़ ठहराता है। क्या बात हमारी मदद करेगी ये जानने में कि हमारे दिल में क्या है? अनुभव कम में गुज़ारा करने से मिली ज़्यादा खुशी सम्मेलन में एक भाषण सुनने के बाद कोलंबिया के एक पति-पत्नी ने सोचा कि वे किन बातों को ज़्यादा अहमियत दे रहे हैं। सजग होइए! धन-दौलत से बढ़कर आशीषें वीडियो इसराएलियों की कहानी, हमें देती चेतावनी बहुत-से इसराएली वादा किए गए देश में दाखिल होने से चूक गए। क्यों? यह नाटक दिखाता है कि कैसे ज़िंदगी के चार पहलुओं में उनकी वफादारी परखी गयी: रवैया, संगति, नैतिक स्तर और उपासना। सजग होइए! खुशी की राह—संतुष्टि और उदारता कई लोग कहते हैं कि पैसा है तो सबकुछ है, जिसके पास पैसा है वही सुखी है। पर क्या धन-दौलत से सच्ची खुशी मिल सकती है? हकीकत क्या है? प्रिंट करें दूसरों को भेजें दूसरों को भेजें लूत की पत्नी को याद रखो—भाग 3 वीडियो लूत की पत्नी को याद रखो—भाग 3 हिंदी लूत की पत्नी को याद रखो—भाग 3 https://cms-imgp.jw-cdn.org/img/p/1102017519/univ/art/1102017519_univ_sqr_xl.jpg