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ज़ुल्मों के दौर में डटे रहे

ज़ुल्मों के दौर में डटे रहे

कई देशों में यहोवा के साक्षी ज़ुल्मों के बावजूद परमेश्‍वर के वफादार रहे। आइए दो देशों के साक्षियों के बारे में जानें, जो इसकी सबसे बढ़िया मिसाल थे। एक है नात्ज़ी जर्मनी के और दूसरा, सोवियत संघ के साक्षी।