गीत 157
चैन की साँस!
1. इस तूफानी जग में
हम शांत रह पाते,
यहोवा पे है जो ईमान।
मन की आँखों से
देखते इन बादलों में,
अमन का सतरंगी निशान!
(कोरस)
थम जाएगी आँधी।
होंगे दूर सब गम,
ये वादा है याह का।
तब सदा के लिए
हम रिहा होंगे;
लेगी सारी कायनात
चैन की साँस!
2. जब आएगा फिरदौस
एक सब होंगे;
नेकी का बसेरा होगा।
तब हर दिल पे याह
मरहम लगाएगा;
सलामत रहेगा जहाँ!
(कोरस)
थम जाएगी आँधी।
होंगे दूर सब गम,
ये वादा है याह का।
तब सदा के लिए
हम रिहा होंगे;
लेगी सारी कायनात
चैन की साँस!
(कोरस)
थम जाएगी आँधी।
होंगे दूर सब गम,
ये वादा है याह का।
तब सदा के लिए
हम रिहा होंगे;
लेगी सारी कायनात . . .
(कोरस)
थम जाएगी आँधी।
होंगे दूर सब गम,
ये वादा है याह का।
तब सदा के लिए
हम रिहा होंगे;
लेगी सारी कायनात
चैन की साँस!
चैन की साँस!
(भज. 72:1-7; यशा. 2:4 रोमि. 16:20 भी देखें।)