गीत 137
वफादार औरतें, मसीही बहनें
-
1. रूत, अबीगैल, सारा, मर्-यम और एस्तेर,
थीं ये वफादार और काबिल पत्नियाँ।
याह को इन्होंने सबसे अहम माना।
इन जैसी और भी वफादार औरतें थीं,
उनका नाम ना जानें हम भले ही,
पर उन पे सदा थी कृपा यहोवा की!
-
2. साहस, भलाई, प्यार, वफा और नेकी,
छूती हैं दिल को ये सारी खूबियाँ।
ये गुण थे मानो सिंगार उन औरतों का,
तहे-दिल से करते हैं कदर उनकी।
आज हमारी बहनें उनकी छाया,
उन्हीं की मिसाल पे ये सभी रोज़ चलतीं।
-
3. बेटियाँ, माँएँ, पत्नियाँ, विधवाएँ,
करती हैं मेहनत हमारी ये बहनें।
शालीन और नम्र, रहती अधीन हैं ये,
प्यारी बहनो, तुम इनाम के काबिल हो,
याह करे कृपा तो है फिकर क्यों?
पाओगी इनाम खूब, अब नहीं दूर दिन वो!
(फिलि. 4:3; 1 तीमु. 2:9, 10; 1 पत. 3:4, 5 भी देखें।)