इस जंग में होगी जीत तेरी
1. निभाना चाहती हूँ वफा,
पर आसाँ नहीं चलना इस राह।
रोज़ के तनाव से हूँ मैं तंग।
बेज़ुबाँ ये आँसू समझे कौन?
(प्री-कोरस)
सँभाले मायूसी में याह।
टूटे जब मन, जानूँ करना है क्या।
पढ़ूँ वचन याह का।
कह रहा यहोवा मुझसे:
(कोरस)
“बस, है थोड़ी देर बाकी,
मैं तेरे आँसू पोंछ दूँगा।
करती रह वफा मुझसे,
है जग नया करीब।
करूँ मदद तेरी,
इस जंग में होगी जीत।
जीत।
इस जंग में होगी जीत।”
2. मिलती हिम्मत याह के वचन से।
मैं रहूँ महफूज़ उसकी पनाह में।
(प्री-कोरस)
सँभाले मायूसी में याह।
जब हूँ दुखी, जानूँ करना है क्या।
पढ़ूँ वचन याह का।
कह रहा यहोवा मुझसे:
(कोरस)
“बस, है थोड़ी देर बाकी,
मैं तेरे आँसू पोंछ दूँगा।
करती रह वफा मुझसे,
है जग नया करीब।
करूँ मदद तेरी,
इस जंग में होगी जीत।
जीत।
इस जंग में होगी जीत।
इस जंग में होगी जीत।
इस जंग में होगी जीत।”
(खास पंक्तियाँ)
“इस जंग में होगी जीत।
जंग में होगी जीत।
जंग में होगी जीत।”
(कोरस)
“बस, है थोड़ी देर बाकी,
मैं तेरे आँसू पोंछ दूँगा।
करती रह वफा मुझसे,
है जग नया करीब।
करूँ मदद तेरी,
इस जंग में होगी जीत।”