तेरे लिए जीऊँ
1. बैठूँ मैं खामोश जब भी,
सोचूँ बातों पे तेरी,
देखूँ तेरे काम, होता हूँ हैरान,
फूले प्यार से दिल मेरा।
2. गर तुझे जीवन सौंपूँ,
हरदम होगा रहबर तू,
तेरा थामके हाथ, मैं चलूँगा साथ,
तुझे ना कभी छोड़ूँ।
(कोरस)
तुझसे उम्मीद मिली
और ताक़त भी,
जिससे जीवन बदला।
दिया बेटा तूने
कि मैं जीऊँ;
ये जान अर्पण करूँ;
तेरे लिए जीऊँ।
3. हमको कीमती है समझा
और हमें अपना लिया।
दिन-ब-दिन तूने दी हैं आशीषें;
शुक्र मानते हम तेरा।
(कोरस)
तुझसे उम्मीद मिली
और ताक़त भी,
जिससे जीवन बदला।
दिया बेटा तूने
कि मैं जीऊँ;
ये जान अर्पण करूँ;
तेरे लिए जीऊँ।
(कोरस)
तुझसे उम्मीद मिली
और ताक़त भी,
जिससे जीवन बदला।
दिया बेटा तूने
कि मैं जीऊँ;
ये जान अर्पण करूँ;
तेरे लिए जीऊँ।