प्यारा ये बंधन
1. याह से मिलता इक तोहफा प्यारा,
है ये अनमोल नाम प्या-र इसका।
एक हो जाते जब मिलके दो दिल,
फिर तो बनता अफसाना नया।
(कोरस)
तीन धागों का बंधन हो शादी में जो,
फिर बढ़ेगा प्यार
सच ही तो।
हाँ दिखाएगा राहें यहोवा हमें,
लगे प्यारा ये बंधन मुझे।
मेरा है प्यार तू,
मेरा प्यार तू।
2. हम हर मुश्किल को
कर लेंगे मिलके पार, हाँ सुनो।
हर दिन और बढ़ाएँगे इस प्यार को,
हो वो बंधन कभी टूटे ना जो।
टूटे ना।
(कोरस)
तीन धागों का बंधन हो शादी में जो,
फिर बढ़ेगा प्यार
सच ही तो।
हाँ दिखाएगा राहें यहोवा हमें,
लगे प्यारा ये बंधन मुझे।
मेरा है प्यार तू,
मेरा प्यार तू।
(खास पंक्तियाँ)
होगा ना अब प्यार ये कम,
ये तोहफा रखेंगे संजो के हम।
ना डरे जो मौत से प्यार ये सच्चा है,
तू है मेरा ही अंग मेरा हिस्सा है तू।
मेरी महबूबा है तू, तुझमें हर खूबी,
संग बस तेरे ही जीना मुझे।
3. सुनो दिल जो कहता तुमसे
करता हूँ मैं प्यार सच्चा तुमसे।
बनी हमदम जिस दिन ओ मेरी जाँ,
अरमाँ पूरा हुआ इस दिल का।
हाँ पूरा।
(कोरस)
तीन धागों का बंधन हो शादी में जो,
फिर बढ़ेगा प्यार
सच ही तो।
हाँ दिखाएगा राहें यहोवा हमें,
लगे प्यारा ये बंधन मुझे।
मेरा है प्यार तू,
मेरा प्यार तू।
लगे प्यारा ये बंधन मुझे,
मेरा है प्यार तू।