इस जानकारी को छोड़ दें

विषय-सूची को छोड़ दें

हैं अद्‌भुत तेरे काम

हैं अद्‌भुत तेरे काम
  1. 1. याह तेरी हुकूमत ने किए हैं क्या कमाल,

    सच का दीया हुआ रौशन, हुए हम मालामाल।

    दास तेरा बुद्धिमान रखता हरदम मेरा खयाल,

    और भेजे चरवाहे जो लें मुझको प्यार से सँभाल।

    जो होतीं उम्मीदें अधिवेशनों से भी,

    होती हमेशा हैं पूरी, हर बार नयी-ताज़ी।

    सभाओं में दिखता मुझे, करता तू कितना प्यार

    निखरते सेवा के हुनर, कर पाती हूँ प्रचार।

    (कोरस)

    हैं अद्‌भुत तेरे काम

    और राज है तेरा कामयाब।

    है प्यारा तेरा राज

    हुआ है हमको एहसास तू है कैसा खुदा,

    है आशीषों का इंतज़ार जो लाए राज तेरा।

  2. 2. कंधे हम मिलाके करते संग सेवा तेरे,

    इस सेवा से दिखाते हम तुझे, हमारा प्यार।

    तू देता हमको बुद्धि, भर देता दिल में सुकूँ

    सिखाए तू सही है क्या, और कैसे मैं जीऊँ।

    गाने जो करें मेरे दिल की बातें बयाँ,

    उपासना पारिवारिक दे तेरी ताकत हमें।

    चाहे जो हो ज़ुबाँ, हममें है प्यार और नज़दीकी

    दिखाए कि ये दोस्‌-ती है कितनी अनोखी।

    (कोरस)

    हैं अद्‌भुत तेरे काम

    और राज है तेरा कामयाब।

    है प्यारा तेरा राज

    हुआ है हमको एहसास तू है कैसा खुदा,

    है आशीषों का इंतज़ार जो लाए राज तेरा।