गीत 147
एक खास संपत्ति
डाउनलोड कीजिए:
-
याह ने चु-ना है जिन-को,
बे-टे हैं वो धर-ती के।
न-यी सृ-ष्टि कह-ला-ते,
याह मे-हर-बान इन पे।
(कोरस)
सं-प-त्ति है खास ये,
अप-ना नाम दि-या इन्-हें,
प्यार कर-ते याह तुझ-से,
जग में ते-रा नाम रौ-शन कर-ते।
-
का-बिल ये पा-वन जा-ति,
सच्-चा-ई सि-खा-ने में।
शु-क्र मा-नें हम याह का
दी है रौश-नी जिस-ने।
(कोरस)
सं-प-त्ति है खास ये,
अप-ना नाम दि-या इन्-हें,
प्यार कर-ते याह तुझ-से,
जग में ते-रा नाम रौ-शन कर-ते।
-
उम्-दा मि-साल है इन-की,
कर-ते हर हु-कुम पू-रा।
कर इ-कट्-ठा भे-ड़ों को
ये नि-भा-ते व-फा।
(कोरस)
सं-प-त्ति है खास ये,
अप-ना नाम दि-या इन्-हें,
प्यार कर-ते याह तुझ-से,
जग में ते-रा नाम रौ-शन कर-ते।
(यशा. 43:20ख, 21; मला. 3:17; कुलु. 1:13 भी देखिए।)