गीत 25
खास संपत्ति
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1. याह ने चुना है जिनको,
बेटे हैं ये धरती के।
नयी सृष्टि कह-ला-ते,
याह मेहरबान इन पे।
(कोरस)
याह, तेरी संपत्ति,
अपना नाम दिया इन्हें।
प्यार करते ये तुझसे,
जग में तेरा नाम रौशन करते।
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2. इनको अंधेरे में से
याह लाया है रौशनी में।
शुक्र मानें हम उसका,
दी सच्-चा-ई इन्हें।
(कोरस)
याह, तेरी संपत्ति,
अपना नाम दिया इन्हें।
प्यार करते ये तुझसे,
जग में तेरा नाम रौशन करते।
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3. उम्दा मिसाल है इनकी,
करते हर हुकुम पूरा।
देके सब को खुशखबरी
ये निभाते वफा।
(कोरस)
याह, तेरी संपत्ति,
अपना नाम दिया इन्हें।
प्यार करते ये तुझसे,
जग में तेरा नाम रौशन करते।
(यशा. 43:20ख, 21; मला. 3:17; कुलु. 1:13 भी देखें।)